अमृतपथ : गायों के भ्रमण करने के मार्ग को प्लास्टिक मुक्त करने की विशिष्ट योजना – वलयों में उत्तम प्रतिक्रिया

गाय समाचार

बेंगलुरु : श्री संस्थान के दिव्य मार्गदर्शन से शुरू हुई इस अमृतपथ योजना को सभी ओर से अच्छी प्रतिक्रिया प्राप्त हुई। गायों के संचार करने के मार्ग को प्लास्टिक मुक्त बनाकर, हमें अमृत रूपी दूध, गौमूत्र और गोबर देनेवाली पुण्यकोटी के लिए अमृतपथ बनाकर देने का सदुद्देश्य रखनेवाली इस योजना को सभी मंडलों एवं वलय के कार्यकर्ताओं से सहयोग प्राप्त हुआ है।

 

मुल्लेरिया : निर्चालु वलय में नवंबर 18 को सुबह 8:00 बजे से 9:00 बजे तक अमृतपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया। कुंटिकान स्कूल के व्यवस्थापक श्री शंकरनारायण शर्मा मालीगेमने जी ने सवच्छता कार्यक्रम का उद्घाटन किया। मुल्लेरिया मंडल के शिष्य-माध्यम विभाग के सरलि श्री महेश जी, वलय के उपाध्यक्ष श्रीमती कनकवल्लि बडगमूले जी, कोशाधिकारि श्री ईश्वर भट् हलेमने जी, मूलमठ विभाग के श्रीकृष्णकुमार सिद्दनकेरे जी, कजेमूले घटक के गुरिक्कार श्रीगोपालकृष्ण भट् जी, सामरस्य विभाग के श्री गणपति प्रसाद कुलमर्वा जी, शिष्य-माध्यम विभाग के श्री महेश कृष्ण तेजस्वी जी, श्री कार्यकर्ता श्री सौम्या केरेकोडि जी, श्री कार्यकर्ता श्री किशोर कुमार देवरमेट्टु जी, व्इद्यार्थिनि कु.स्फूर्ति केरेकोडि जी और कु.श्रीश शंकर केरेकोडि जी, कुल मिलाकर 15 लोग स्वच्छता कार्यक्रम में सहभागी हुए।

 

पेरडाल : पेरडाल वलय के आयोजन से बदियड्क के श्री भारती विद्यापीठ के परिस्सर में अमृतपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया। स्कूल के मुख्याध्यापक श्री सत्यनारायण शर्मा जी, चुल्लिकान श्री राजगोपाल जी, वलय के अध्यक्ष श्री श्रीहरि पेर्मुख जी, उपाध्यक्ष श्री श्रीकृष्ण मुडिप्पु जी, गुरिक्कार श्री वेंकटकृष्ण तल्पनाजे जी, श्री बालकृष्ण भट् आलंगोड्लु जी जैसे अनेक लोग पुण्यकोटी के इस सेवा कार्य में सहभागी हुए।

 

कुंबले : कुंडली वलय में आयोजित अमृतपथ कार्यक्रम के द्वारा मुजुंगावु स्कूल एवं नेत्र चिकित्सालय के परिसर को प्लास्टिक मुक्त किया गया।

 

एण्मकजे : एण्मकजे वलय सेवा विभाग एवं अमृतधारा गौशाला के सहयोग से, अमृतधारा गौशाला के परिसर को स्वच्छ करने के द्वारा, गायों के संचार मार्गको को अमृतपथ किया गया, 18 गौप्रेमियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

 

पुत्तुरु : पुत्तुर के श्री महालिंगेश्वर देवस्थान के रथपथ एवं उससे जुड़े खेत में, हव्यक वलय पुत्तुर, स्वच्छ पुत्तुर एवं भारतीय गो परिवार ने साथ मिलकर अमृतपथ कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में ख्यात उद्यमी बोनंताय श्री शिवशंकर भट् जी ने भाग लेकर कामधेनु ध्वजारोहण द्वारा इस कार्यक्रम की शुरूआत की। मंदिर की खेती एवं रथपथ को प्लास्टिक मुक्त करने वाले इस कार्यक्रम में श्री रविशंकर भट् उप्पंगल जी, श्री उदयशंकर अरसिनमक्कि जी, श्री सत्यनारयण कोटे जी, श्री पद्मनाभ जी, श्री गणेश. डि.एस् जी, श्री ईश्वर भट् पुलु जी, श्री महालिंगेश्वर भट् जी, श्री जयप्रकाश जी, श्री कृष्णमूर्ति जी, श्री विनय शंकर् जी, श्री जयानंद जी, श्रीमती के. भाग्यलक्ष्मि अर्तिकजे जी, श्रीमती विद्यागौरि पत्तड्क जी, श्रीमती पार्वति एडेक्कोड्लु जी, श्रीमती मनोरमा जी, श्रीमती वरलक्ष्मी.जे जी, मिलाकर कुल 25 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। मंगलूर मंडल के पदाधिकारी श्रीमती मालिनी उदय शंकर जी ने भी इस कर्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम को वलय के कार्यदर्शी एवं पुत्तुरु गौ परिवार के प्रधान कार्यदर्शी श्री दयानंद.के जी ने आयोजित किया।

 

मंगलुरु : मंडल के कल्लड्क वलय की ओर से, श्री उमाशिव क्षेत्र के परिसर में श्रमधन एवं स्वच्छता कार्यक्रम चलाया गया। करीब 13 कार्यकर्ताओं ने इस अवसर पर भाग लिया।

 

धारेश्वर: वलय के हंदिगोण घटक में प्रातः हंदिगोण स्कूल के परिसर में, श्री मठ के अमृतपथ योजना के अंतर्गत, स्वच्छता कार्यक्रम चलाया गया। वलय के अध्यक्ष श्री रमानंद भट् जी, जीविका विभाग के श्री जगदीश भट् जी, गुरिक्कार श्री प्रकाश भट् जी, श्री पि.टि.भागवत् जी, श्री गजानन शास्त्रि जी, कार्यकर्ता श्री जे. पि.भागवत् जी, श्री नीलकंठ हेगडे जी, श्री निखिल भट् जी एवं श्री विनय भट् जी के नेतृत्व में यह कार्य संपन्न हुआ।

 

तुमरी : तुमरी वलय की ओर से होलेबागिलु से लेकर कलसवल्लि तक के मार्ग को प्लास्टिक मुक्त करने के द्वारा उसे अमृतपथ बनाया गया। भीमनकॉणे के मुख्य मार्ग को अमृतपथ बनाया गया।

 

केक्कारू : केक्कारु मठ के परिसर एवं पुराने मठ के परिसर में केक्कारु वलय के 20 कार्यकर्ताओं द्वारा अमृतपथ स्वच्छता अभियान चलाया गया।

 

कुमटा : कुमटा वलय एवं गुडे अंगडि वलयों में भी अमृतपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया।

 

कारवार : मुरूरु कल्लब्बे वलय के बसवनकेरे भाग में एवं कारवार में आयोजित अमृतपथ कार्यक्रम में गौ पथ को स्वच्छ किया गया।

Author Details


Srimukha

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *