अंबिलड्क पूमाणि-किन्निमाणि देवालय के परिसर में ‘अर्घ्य’ – ‘गाय के लिए चारा -चारा केलिए हम’

गाय

सीतांगोली : श्री संस्थानाधीश्वर जी के दिग्दर्शन में चलनेवाली कासरगोड के पेर्ला के बजकोड्लु अमृताधारा गोशाला की योजना गाय केलिए चारा -चारा केलिए हम के अंतर्गत दिनांक 09-01-2019को अंबिलड्क पूमाणि-किन्निमाणि देवालय के परिसर में अर्घ्य संपन्न हुआ। इस सेवा में विविध क्लब के सदस्यों ने उत्साह से भाग लेकर गोसेवा की ।

 

बि.जे.पी. कासरगोड जिल्ला कार्यकारी समिति सदस्य पूकट्टे श्री सुरेशकुमार शेट्टी ने कामधेनु ध्वजारोहण कर इस गौसेवा कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि “१० एकडे विशाल स्थल की घास को काटना भी मुश्किल है। ऐसे में प्रत्यक्ष देवता गोमाता के उदरभरण के लिए काम करना पुण्यकार्य है। किदूर महादेव, यहाँ के दैव और गोमाता का आशिर्वाद हम सभी को मिलें।”

 

नवसेवावृंद के श्री भोजराज, श्री नरहरि पालेच्चार, श्री बजप्पे चंद्रशेखर भट्ट, श्री वेंकट्रमण आचार्य जी ने शुभ कामनाएँ दी । गुंपे वलयाध्यक्ष अम्मंकल्लु श्री राम भट्ट और कार्यदर्शी बजप्पे श्री सुब्रह्मण्य भट्ट जी ने क्रम से स्वागत कर अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।

 

कामदुघा सचिव डॉ. वाय. वि. कृष्णमूर्ति, हव्यक महामंडल की अध्यक्षा श्रीमति ईश्वरी श्याम भट्ट बेर्कडवु, मुल्लेरिया मंडल के विद्यार्थी वाहिनी प्रधान श्री केशवप्रसाद एडेक्कान , मातृप्रधान श्रीमती कुसुमा पेर्मुख ,श्री श्याम भट्ट बेर्कडवु, गौ चारा बैंक संचालिका डॉ. मालती प्रकाश, मुल्लेरिया मंडल के कोशाध्यक्ष श्री सुब्रह्मण्य भट्ट गब्बलड्क , उल्लेख प्रधान श्री कृष्ण मोहन, जीविका विभाग प्रधान श्री सत्य शंकर भट्ट, कुंबला वलयाध्यक्ष श्री बालकृष्ण शर्मा, सेवा प्रधान श्री सूर्य नारायण , गुंपे वलय कार्यदर्शी श्री सुब्रमण्य भट्ट बजप्पे, पेरडाल वलयाध्यक्ष श्री श्रीहरिप्रसाद पेर्मुख , गुंपे के श्रीशंकरनारायण भट्ट और विविध वलय के गरिक्कार, छात्र गण और माताओं ने भाग लिया । विविध वलय के पदाधिकारी, गो प्रेमीयों ने श्रमदान में भाग लिया | अम्बिलड्क के नवसेवावृन्द व महिला घटक ने सेवा में योगदान दिया |

 

श्रावणकेरे मठ के श्री शंभु हेब्बार जी ने भोजन की व्यवस्था की।वहीं माताओं ने जलपान की व्यवस्था की थी|

 

इसी संदर्भ में कोंडेवूर श्री नित्यानंद योगाश्रम में होनेवाले विश्वजित अतिरात्र सोमयाग की यागशाला का निर्माण हेतु सूखी घास का परिवहन किया गया।

 

Author Details


Srimukha

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *