नीर्चालु: मुजुंगांऊं श्रीभारती नेत्रचिकित्सालय ने ग्रामीण जनता के स्वास्थ्य के लिए शिबिर आयोजित करके दृष्टी की बीमारी से पीड़ित विभिन्न लोगों की सहायता की है।
श्री रामचन्द्रापुर मठ विभिन्न सामाजिक परियोजनाओं द्वारा मान्यता प्राप्त है। श्रीमठ और श्री स्वामीजी के मार्गदर्शन में मठ के शिष्य समूदाय भी ऐसे कई समाज मुखी कार्यक्रमों का संचालन कर रहा है।
श्री भारती नेत्रचिकित्सालय मुजुंगाऊं धर्म चक्र ट्रस्ट के अन्तर्गत चल रहा है। यह कासर्गोड जिल्ला अन्धत्व निवारणा समिती के आश्रय में और नाबार्ड और मुगु जलायन पद्धती, नीर्चालु के अनुदान से निर्चालु महाजना इंस्टीट्यूट ऑफ एडुकेशन में रविवार नि: शुल्क दृष्टी निरीक्षण शिबिर का आयोजन किया।
मुळ्ळेरिया मंडल के अध्यक्ष प्रो. श्रीकृष्ण भट्ट ने शिबिर का उद्घाटन करते हुए कहा के जीवन जब गुरु के मार्गदर्शन में चलता है तो जीवन सफल हो जाता है।
बदियड्क ग्रामपन्चायत के अध्यक्ष श्री के एन कृष्णजी भट्ट सभा की अध्यक्षता की। मुजुंगाऊं श्री भारती नेत्रचिकित्सालय कार्याध्यक्ष श्री श्रीधरजी भट्ट ने प्रस्तावना के शब्द कहे। संसाधन के मुख्य डॉ आनंदजी एस, इन्होंने दृष्टि के बारे में विस्तार से समझाया। संयोजक श्री एस एन भट्टजी अर्जुनगुळी ने अपने भाषण में कहा के विभिन्न संघ संगठनों के सहयोग से अब तक 550 से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों में नेत्र निरीक्षणा शिबिर आयोजित किए हैं और आगे भी अनेक संस्थाओं के साथ मिलकर गरीब लोगों को सहायता करने की ठानी है।
सेवानिवृत्त शिक्षक श्री अप्पन्ना मास्टर ने सभी को बधाई दी। श्री बालाकृष्ण आचार्य नीर्चालु, एक प्रसिद्ध यक्षगान के कलाकार अपनी आंखों की परीक्षा करवाकर अपना अभिप्राय व्यक्त करते हुए कहा “ग्रामीण प्रदेश में ऐसे निःशुल्क शिबिर का आयोजन कर समाज सेवा करने वाले नेत्र चिकित्सालय का तये दिल से अभिनंदन करता हुं”
मुग जलायन पद्धती के अध्यक्ष श्री जयदेवजी खंडीगे ने स्वागत भाषण किया और कार्यदर्शी श्री एच एं शिवप्रसादजी ने धन्यवाद समर्पण किया। श्रीमती सविताजी एस एन भट्ट अर्जुनगुळी ने कार्यक्रम का संचालन किया। सौ से अधिक लोगों ने इस शिबिर का लाभ उठाया।