श्रीरामचंद्रापुर मठ से श्रीमती तेजस्विनी अनंतकुमारजी को संवेदना पत्र लिखा गया जिसमें केंद्रीय मंत्री श्रीमान अनंत कुमारजी की अकालिक मृत्यु की निंदा की गई। यही नहीं श्रीकरार्चित राम और उनके परिवार से अनंतकुमार के परिवार को उनके मृत्यु को सहने की शक्ति दे यह प्रार्थना की गई।
श्रीमान अनंतकुमारजी सबसे अच्छे राजनेताओं में से एक थे जो बचपन से राष्ट्रभक्ती को अपने जीवन को समर्पित किया था। उन्होंने अनेक सामाजिक कार्य की थी। वे और कुछ साल जीवित रहते तो और कई सामाज मुखी कार्यक्रम करते। परन्तु श्रीमान अनंतकुमारजी का अकालिक परिवार के लिए दुखदाई है।
सभी जानते हैं के मृत्यु भाग्य के अधीन हैं। इसलिए परिवार को श्रीमान के वियोग के दर्द से बाहर आना चाहिए। जगद्गुरु शंकरचार्य श्री श्री राघवेश्वर भारती महास्वामीजी के पत्र में उन्होंने लिखा है के श्री राम श्रीमान अनंतकुमारजी के परिवार को उनके मृत्यु के दुःख को सहने की शक्ती दें और श्रीकरार्चित देवता सभी कुटुंब को मंगल करें और कृपा करें।
श्रीमठ के प्रतिनिधी ने श्रीमान अनंतकुमारजी के परिवार से मिले
श्रीमान अनंत कुमारजी के अकालिक मृत्यु जानकर उनके परिवार के सदस्यों से श्रीमठ के प्रतिनिधी कल रात मिलें। उन्होंने शोक जताया और श्रीमठ से संवेदना पत्रको अनंतकुमारजी की धर्मपत्नी श्रीमती तेजस्विनी को दिया। हव्यक मंडल के अध्यक्ष श्रीमती ईश्वरी बेर्कडवु, स्वामिजी के कार्यदर्शी श्रीमान जयराम कोरिक्कर, कामदुघा विभाग के सदस्य श्रीमान मंजप्पा और उनकी पत्नी श्रीमती गीता मंजप्पा सभी श्रीमती तेजस्विनी अनंतकुमार जी से मिले और अनंतकुमार की अत्मा के लिए शान्ति की प्रार्थना की।