श्री रामचन्द्रापुर मठ की अविच्छिन्न परम्परा के 35वें पीठाधिपति ब्रह्मैक्य जगद्गुरु शंकराचार्य श्री श्री राघवेन्द्र भारती महास्वामीजी का आराधना महोत्सव दिनांक 15 डिसेंबर 2018, शनिवार, को गिरिनगर के शाखामठ में आयोजित किया जायेगा । 36वें पीठाधिपति जगद्गुरु शंकराचार्य श्री श्री राघवेश्वर भारती महास्वामीजी के दिव्य सानिध्य में तीर्थ राज पूजा इत्यादि मठ की परम्परा के अनुसार पूर्वाचार्य की आराधना संपन्न होने वाली है।
इसके पश्चात, धर्मसभा आयोजीत होगी । श्री राघवेंद्र भारती पंडित पुरस्कार और गुरु परम्परा अनुग्रह कार्यक्रम भी संपन्न होगा ।
श्री राघवेन्द्रभारती पंडित पुरस्कार
पूर्व आचार्य ब्रह्मैक्य जगद्गुरु शंकरचार्य श्री श्री राघवेंद्र भारती महास्वामीजी की याद में प्रति वर्ष उनके आराधना दिवस में, राज्य के श्रेष्ठ विद्वानों को चुनकर, उन्हें “श्री राघवेन्द्र भारती पंडित पुरस्कार” से सम्मान किया जाता है। वेद-संस्कृति के संरक्षण को आगे बढ़ाने हेतु प्रोत्साहित किया जाता है। इस वर्ष प्रसिद्ध विद्वान उमाकांत भट्टजी को श्री राघवेन्द्र भारती पंडित पुरस्कार से सम्मानित करके परम पूज्य श्री जगद्गुरु शंकाचार्य श्री श्री राघवेश्वर भारती महास्वामीजी अनुग्रह करके आशीर्वाद देंगे |
विद्वान उमाकांत भट्ट जी
उत्तरकन्नड जिला के केरेकै ग्रामीण, प्रस्तुत बेंगळूरू के निवासी, संस्कृत के प्रौढ विद्वान तथा प्राचीन और नव्य न्यायशास्त्र में परिणित हैं एवं अंग्रेजी भाषा में भी एम.ए. पदवीधर हैं । हिंदी व कन्नड़ भाषा में भी परिणित प्रसिद्ध विमर्शक एवं विशेषज्ञ हैं।
ताळमद्दले (कर्नाटक के जानपद नृत्यनाटक) के प्रसिद्ध अर्थधारी विद्वान उमाकान्त भट्ट जी वाक्यार्थ विशारद के रूप में भी पहचाने जातें हैं | इन्होंने संस्कृत और कन्नड़ भाषाओं में कईं किताबें लिखी हैं । वेद-संस्कृत-संस्कृति क्षेत्रों में इनके योगदान को पहचानकर इन्हें इस बार श्री राघवेंद्र भारती पंडित पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा ।