मैसूर में आर्श शिविर : गर्मियों की छुट्टी में भारतीय संस्कार के बारे में पाठ

शिक्षण

प्रिय धर्मबंधु लोग,
हमारे बच्चों केलिए भारतीय संस्कृति का परिचय बहुत महत्वपूर्ण है। इस समृद्ध संस्कृति का परिचय हम अपने बच्चों केलिए कर सकते हैं।
लेकिन इस संस्कृति से परिचित कैसे करवाना है?

 

यहाँ समाधान है ।
मैसूर की ब्रह्म संसत संस्था तथा भारतीय योगधाम संस्थान के तत्वावधान में आर्श शिक्षा शिविर का नेतृत्व डॉ. श्री शंकर नारायण जोइस कर रहे हैं ।

कब?
२६ अप्रैल से १० मई (१५ दिन)

कहाँ?
विजयागिरी, भारती योगाधाम, उत्तनहल्ली, मैसूर।

 

बताने वाली बातें
*वेदों के सूक्त।
* संध्या वंदना के मंत्र।
* भारतीय संस्कृति का परिचय – विद्या, शिक्षा, गुरु, संपत्ति, कर्तव्य, पाप-पुण्य।
* भगवान की पूजा।
* जीवन में सफलता प्राप्ति सूत्र ।
* इसमें एकाग्रता जैसी चीजों के बारे में पाठ हैं।
* इस शिविर की विशेषता छात्रों को कहानी के रूप में समझाना ।
* कुशल शिक्षक द्वारा पाठ-प्रवचन।
* हर दिन सुबह आसन और प्राणायाम की कक्षाएं ।

कौन भाग ले सकते हैं ? आसक्त 10 से 16 साल की उम्र के त्रिमतस्थ ब्राह्मण छात्र

प्रवेश शुल्क: – ₹ १०००

केवल पेहले आए ८० छात्रों को अनुमति है।

 

वी.एस.:
पंजीकरण की अंतिम तिथि १० अप्रैल, २०१९
छात्रों का चयन संदर्शन के द्वारा किया जाता है। जो इस सुनहरे अवसर का उपयोग करना चाहते हैं, वे अपने परिचित त्रिमतस्थ ब्राह्मणों को बता सकते हैं और अपने बच्चों को भाग लेने भेज सकते हैं।

पंजीकरण और अधिक जानकारी केलिए संपर्क करें:
दूरवाणी –
9480772575
9880771888

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Srimukha

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