सागर: श्री रामचंद्रापुर मठके श्री श्री राघवेश्वर भारती स्वामीजी ने कहा कि शरावती नदी के पानी को बेंगलूरु को ले जाने का प्रयास तुगलक दरबार है। यहाँ के श्री राघवेश्वर भवन में विष्णु गुप्त विश्वविद्यापीठ के मार्गदर्शन सभा में बात करते हुए उन्होंने कहा कि श्रीमठ इस प्रांत के जल भूमि संरक्षण पर दशकों से कड़ी मेहनत कर रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रकृति पर किए जाने वाले दौरजन्य को नहीं सहेंगे। उन्होंने घोषणा की कि यदि शरावती नदी के पानी को बेंगलूरु लाने के प्रयास में यदि सरकार एक कदम आगे बढ़ाएगा तो उसके विरोध में श्रीमठ और उसके कार्यकर्ता सौ कदम आगे बढ़ाएंगे।
हमारे मन में सभी क्षेत्रों के लोगों के जीवन के बारे में सम्मान है। लेकिन विधाता ने हर क्षेत्र की आवश्यकताओं को पूर्ण करने की व्यवस्था वहीं बनाई है। इस योजना को जारी करने का अवसर न देने का श्रीमठ का निर्णय है। प्रकृति को नुकसान पहुँचानेवाले किसी भी कार्य को हम स्वीकार नहीं करेंगे। इस योजना से किसी की भी भलाई नहीं है ऐसे उन्होंने स्पष्टरूप से कहा।