मालरु: गाय केवल दूध के लिए सीमित नहीं बल्कि कृषि के लिए भी आवश्यक है। इसे हम सब को समझना चाहिए। अब ऐसी स्थिति है कि किसान को देसी गोबर उपलब्ध नहीं है। चक्रवर्ती सूलिबेले जी ने कहा कि युवा शक्ति का उपयोग कर युवा फार्म बनाना है। श्रीरामचंद्रपुर मठ के कामदुघा विभाग द्वारा संचालित मालूर के श्री राघवेंद्र गो आश्रम में बीते क्षण के बारे में सोशियल नेटवर्किंग साइट पर अपने विचार प्रकट किया।
मालूर में उनहोंने कहा कि प्रत्येक गोप्रेमी को रामचंद्र अज्जकान से बात करने का एक कार्यक्रम करना चाहिए, जो इस कारण से रहता कि गौ ही अपना परिवार है। यदि आप जानना चाहते हैं कि यह कितना सुंदर है, गायों के साथ जीवन बिताना है ? तो एक बार मालूर की यात्रा करें।
गोशाला के विशेष कर्तव्य अधिकारी श्री रामचंद्र अज्जकान, नौकर वृंद के श्री कृष्ण भट्ट होसकोटे, श्री लक्ष्मीश और अन्य भी उपस्थित थे।