दिसंबर 28, 29,30 को बेंगलूर के पैलेस ग्राउंड में आयोजित होनेवाले ऐतिहासिक द्वितीय विश्व हव्यक सम्मेलन और अखिल भारतीय हव्यक महासभा के अमृत महोत्सव कार्यक्रमों के प्रचार केलिए मल्लेश्वरम में जागृति पादयात्रा (वॉकथॉन) आयोजित की गयी थी ।
प्रसिद्ध अभिनेता श्री अजय राव जी ने जागृति यात्रा की शुरूआत करके कहा कि “हव्यक संस्कृति एक वैशिष्ट्यपूर्ण है । संस्कार संबंधी विचारों और विशेषताओं को दुनिया के सामने लाने केलिए 28 से 30 तक एक विशेष और संगठित विश्व हव्यक सम्मेलन को आयोजित किये हैं। हमारी संस्कृति को बनाए रखने केलिए इस तरह के सम्मेलन आवश्यक है। मैं इन कार्यक्रमों में भाग लेने जा रहा हूँ और आप सभी से भी भागग्रहण करने केलिए निवेदन कर रहा हूँ ।
इस संदर्भ में उपस्थित स्थानीय नगर सेवक श्री मंजूनाथ राजू जी ने कहा कि “महासभा द्वारा अच्छे कार्यक्रमों का आयोजन होता रहा है । विश्व हव्यक सम्मेलन केलिए हमरा संपूर्ण सहयोग है और उम्मीद है कि कार्यक्रम सफल हो।”
अखिल हव्यक महासभा के अध्यक्ष डॉ. गिरिधर कजे जी ने सम्मेलन की जानकारी देते हुए कहा कि “यह हमारे समाज की अनूठी संस्कृति तथा परंपराओं को दुनिया के सामने लाने का समय है। हव्यकों के परंपरागत आहार पश्चिम घट्ट (मलेनाडु) प्रदेश में सुपरिचित है । अतः विशेष रूप से हव्यक परंपरा के पदार्थों का ‘हव्यक पाकोत्सव ‘ आयोजित किया जाएगा । आलेमने (गन्ने से गुड तैयार करने की जगह), कृषि का समग्र दर्शन, समाज की कई घटनाओं के बारे में गोष्ठियाँ, गायन-नर्तन वैभव, यक्षगान आदि विभिन्न विशिष्ट कार्यक्रम होनेवाले हैं। सभी जनता को जानकारी देकर उन को इन कार्यक्रमों में ले आएँगे। जनता को जानकारी देने केलिए इस वाकथान को आयोजित किया गया है।”
मल्लेश्वरम स्पोर्ट्स फ़ौंडेशन और रीशेप नेषन के तत्वावधान में आयोजित जागृतियात्रा सुबह ६:३० को आरंभ होकर मल्लेश्वरम के मार्गोसा रास्ते से चलकर संपिगे रास्ता, मल्लेश्वरम वृत्त आदि भाग में हव्यक महासभा को पहुंच गयी । लगभग ५ कि.मी. चली पैदल यात्रा में मल्लेश्वरम के गण्य लोग, महासभा के पदाधिकारी, सदस्य और हितैषीयों से सहित ५०० से भी अधिक लोग भाग लिये थे।